दिल्ली यूनिवर्सिटी में दहशत: रामजस और देशबंधु कॉलेज को बम धमकी ईमेल, पूरा कैंपस खाली कराया गया
अपडेटेड: शाम 3:44 बजे IST
नई दिल्ली। दिल्ली यूनिवर्सिटी के दो प्रमुख कॉलेजों, रामजस कॉलेज (उत्तर कैंपस) और देशबंधु कॉलेज (कalkाजी) में आज सुबह भारी हड़कंप मच गया। दोनों कॉलेजों को रात करीब 2 बजे बम धमकी भरे ईमेल प्राप्त हुए, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पूरे कैंपस को खाली करा दिया। छात्रों और स्टाफ को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया, जबकि बम डिस्पोजल स्क्वॉड, डॉग स्क्वॉड और फायर टेंडरों ने कैंपस की बारीकी से तलाशी ली। [web:11][web:12][web:13]
कैसे शुरू हुई यह घटना?
रामजस कॉलेज के प्रिंसिपल अजय अरोड़ा ने बताया कि सुबह करीब 8 बजे ईमेल की जानकारी मिली। कॉलेज में प्रैक्टिकल परीक्षाएं निर्धारित थीं, लेकिन धमकी मिलते ही सभी को बाहर निकाल दिया गया। इसी तरह देशबंधु कॉलेज के प्रिंसिपल राजेंद्र पांडे ने कहा कि वे बम स्क्वॉड की क्लियरेंस का इंतजार कर रहे हैं। डिप्टी पुलिस कमिश्नर (उत्तर) राजा बनthia ने पुष्टि की कि धमकी ईमेल रात 1:59 बजे भेजे गए थे। अभी तक कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है, लेकिन जांच जारी है। [web:13][web:15][web:16]
ये धमकियां दिल्ली में हाल के दिनों में बढ़ रही ऐसी घटनाओं का हिस्सा लग रही हैं। 10 नवंबर को रेड फोर्ट के पास धमाका हुआ था, उसके बाद 20 नवंबर को चाणक्यपुरी के ब्रिटिश स्कूल, संस्कृति स्कूल, बाराखंबा रोड का मॉडर्न स्कूल और डून स्कूल को धमकियां मिली थीं। 18 नवंबर को साकेत, रोहिणी और पटियाला हाउस कोर्ट सहित दो सीआरपीएफ स्कूलों को जैश-ए-मोहम्मद के नाम से धमकी मिली, जो बाद में नकली साबित हुई। [web:13][web:15]
पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया
दिल्ली पुलिस ने फौरन एक्शन लिया। रामजस कॉलेज में बम डिटेक्शन टीम (BDT), बम डिस्पोजल स्क्वॉड (BDS) और स्थानीय पुलिस पहुंची। कैंपस को सील कर दिया गया और एंटी-सबोटाज चेकिंग शुरू हो गई। देशबंधु कॉलेज में भी यही प्रक्रिया अपनाई गई। छात्रों ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किए, जिसमें हड़बड़ी में भागते छात्र दिख रहे हैं। पुलिस ने कहा कि ईमेल ट्रेस करने की कोशिश हो रही है, संभवतः VPN का इस्तेमाल हुआ हो। [web:11][web:12][web:14]
- धमकी ईमेल: आधिकारिक आईडी पर रात 2 बजे प्राप्त।
- एवेकुएशन: सुबह 8-10 बजे तक पूरा कैंपस खाली।
- सर्च ऑपरेशन: बम स्क्वॉड, डॉग स्क्वॉड, फायर ब्रिगेड सक्रिय।
- नतीजा: अभी तक होक्स लग रही, लेकिन सतर्कता बरतना जरूरी।
छात्रों और शिक्षकों पर असर
रामजस कॉलेज के छात्रों ने बताया कि परीक्षाएं रद्द हो गईं, जिससे निराशा हुई। एक छात्रा ने कहा, "हम क्लास में थे, अचानक अलार्म बजा और सब भागने लगे। डर तो बहुत लगा।" देशबंधु कॉलेज में भी यही स्थिति रही। DU प्रशासन ने सभी कॉलेजों को अलर्ट जारी किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि ये धमकियां साइबर अपराधियों द्वारा मनोरंजन या डराने के लिए भेजी जाती हैं, लेकिन हर बार गंभीरता से लिया जाता है। [web:15][web:13]
पिछले महीनों में दिल्ली में 20 से ज्यादा कॉलेजों को ऐसी धमकियां मिल चुकी हैं, जैसे जीसस एंड मैरी, आर्यभट्ट और मोतीलाल नेहरू कॉलेज। अगस्त में सेंट स्टीफंस और जामिया को भी निशाना बनाया गया। ये घटनाएं शिक्षा संस्थानों की सुरक्षा पर सवाल उठा रही हैं। [web:17][web:18][web:19]
सरकार और पुलिस क्या कर रही है?
दिल्ली सरकार ने साइबर सेल को निर्देश दिए हैं कि ऐसे ईमेल भेजने वालों को पकड़ा जाए। सितंबर में दिल्ली सचिवालय और दो मेडिकल कॉलेजों को भी धमकी मिली थी, जो होक्स निकली। पुलिस अब IP ट्रैकिंग और सर्वर जांच पर जोर दे रही है। DU वीसी ने कहा कि छात्रों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है। [web:20][web:13]
यह घटना दिल्ली-NCR में सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने का संकेत है। अभिभावक चिंतित हैं, लेकिन पुलिस का कहना है कि ज्यादातर होक्स ही होते हैं। जांच पूरी होने पर अपडेट दिए जाएंगे। India Zee News इस मामले की ताजा जानकारी देता रहेगा। [web:11][web:12]
निष्कर्ष और सलाह
शिक्षा संस्थानों को अब साइबर सिक्योरिटी मजबूत करने की जरूरत है। छात्रों से अपील है कि संदिग्ध ईमेल फॉरवर्ड न करें। पुलिस की मेहनत सराहनीय है, जो हर धमकी को गंभीरता से लेती है। क्या ये धमकियां किसी बड़े साजिश का हिस्सा हैं? समय बताएगा। (कुल शब्द: 812)
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